Mahakumbh Mela Stampede : 'संगम स्नान की जिद छोड़ें, किसी भी घाट पर नहा लीजिए', महाकुंभ भगदड़ के बाद साधु-संतों की अपील
Mahakumbh Mela Stampede Update : महाकुंभ मेला 2025 में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के बाद अखाड़ों ने अमृत स्नान रद्द कर दिया है। साध्वी निरंजना ज्योति और स्वामी रामभद्राचार्य ने भक्तों से अपील की है कि वे संगम घाट पर जाने की जिद छोड़कर नजदीकी घाटों पर स्नान करें। वहीं अपील की गई है कि श्रद्धालु ऐसे हालात को देखते हुए संगम स्नान की जिद छोड़ दें
प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब 01:30 बजे Stampede(भगदड़ )मच गई। इसमें 14 से अधिक लोगों की मौत की खबर है। 50 से ज्यादा घायल हैं। स्वरूपरानी अस्पताल में मौजूद भास्कर रिपोर्टर के मुताबिक- 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। हालांकि, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी।
भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया था। इसके बाद अखाड़ों ने बैठक की। इसमें तय हुआ कि 10 बजे के बाद अमृत स्नान करेंगे। PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने CM योगी से फोन पर घटना की जानकारी ली। अब अफसर हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं।
रिपोर्टर्स के मुताबिक, अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया।
हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बड़े, इसलिए प्रयागराज शहर में भी श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई है। इसके लिए शहर की सीमा से सटे जिलों में प्रशासन को मुस्तैद कर दिया गया है।
प्रयागराज: महाकुंभ मेला 2025 में मौनी अमावस्या के दिन भोर की भगदड़ के बाद अखाड़ों के संत भी व्यथित हो गए हैं। अखाड़ों ने आज का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। वहीं स्वामी रामभद्राचार्य ने लोगों से अपील की है कि वो भीड़ और ऐसे हालात को देखते हुए संगम स्नान की जिद छोड़ें और नजदीकी घाटों पर स्नान करें।
क्या कहा साध्वी निरंजना ज्योति ने
महाकुंभ मेले में भगदड़ के बाद अखाड़ों ने आज यानी मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। साध्वी निरंजना ज्योति ने कहा कि 'यह एक दुखद घटना है. जो कुछ भी हुआ वह ठीक नहीं था। अखाड़ा परिषद ने जनहित को ध्यान में रखते हुए अपना अमृत स्नान रद्द करने का निर्णय लिया है। संगम पर एकत्रित श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से अधिक है। मैं लोगों से अपील करती हूं कि पूरा मेला क्षेत्र कुंभ है, इसलिए वे केवल त्रिवेणी घाट ही नहीं बल्कि किसी भी घाट पर स्नान कर सकते हैं।
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