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हमें आसपास ऐसे लोग देखने को बहुत कम मिल रहे हैं जिससे प्यार हो, खुशी हो आपसी सहमत हो ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है।30% divorces couples और 90 % loveless relationship जिनमें प्रेम न हो toxic तरीके से जिए जा रहे हैं भले शादी न हुआ हो। आजकाल relationship का जो नया dianomic है। आज हम उसपे बात करेंगे। क्यों बात करेंगे क्योंकि हाल में एक मुद्दे को लेकर चर्चा हो रही है अगर हम लोग या हमारे उम्र के लोग लगातार इस बात को महसूस कर रहे हैं एक couple influencer यानी के कौरव तनेजा और रितु राठी आपने इनके बारे में सुना होगा और हाल में कौशिक के level पर चिंता के level पर ये आया कि ये जो couple influencer है वो लगातार अपने content बना रहे थे couple के रूप में वहां पर लगभग पुरी जिंदगी के बहुत सारे पक्षों को video के माध्यम से देखा होगा। वहां पर इनकी जिंदगी की पुरी कहानी reality so के जैसा पुरी दुनिया के सामने थी। एक घटना में पता चला है कि इनकी relashionship क्राइसिस में है।जाहिर है कि ये हमारा काम नहीं है कि हम किसी की व्यक्तिगत संबंध के बारे में बात करे। लेकिन उनका सम्बन्ध सार्वजनिक हो जाने के कारण ही चर्चा में है।हर व्यक्ति के पास उनके लिए राय है। आप सोच के देखिए के क्या यह एक मात्र उदाहरण हैं।
relationship की toxic होने का सच बात यह है कि हमारे आसपास relationship की toxicity लगातार बढ़ रही हैं।
written by saroj kumar
हमें आसपास ऐसे लोग देखना अब बहुत मुश्किल हो गए हैं ।जहां आप fake lovenessness या आपसी संबंध में ख़ताश के बिना वाले सम्बन्ध को देख पाए। भले social media में देखने को मिलता है जैसे reels,shorts, youtube video में प्यार मोहब्बत खुशी लेकिन यह सच्चाई नहीं हैं। तो आइए relationship कब toxic कही जाती हैं तब कही जाती हैं तब कही जाती हैं जब दो सदस्य relationship में शामिल है ये आपस मे एक दूसरे के लिए या दोनों के लिए कठिन जिंदगी बना है इसे हम आमतौर पर विशाख कहते है toxicity कहते है।
इस toxicity को लेकर 3 पैरामीटर पहचान जानता हूं जिन रिलेशनशिप में यह दिखाई दे। चाहे कितना मुस्कुराहट कितना हसमुखी क्यों ना हो नित्य दिखाई देता हो आप मान चले कि relationship में toxicity है क्या है ये तीन चीजें l
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1. Emotional manipulation:- हम 2025 का समाज है 2025 के समाज में हमें यह समझना होगा कि जब दो सदस्य आपसी सम्बन्ध में आते है तब वे proper concent के साथ आते है यह concent ना तो total होती हैं और नहीं unxpress होती है यानि कि मैं यदि एक पार्टनर के साथ relationship में हु तो मैने उसे concent दिया है। कुछ जिंदगी के हिस्सों में भागीदारी का। यह विवाह में होता हैं। यह premartal relationship में होता हैं। या अन्य संबंधों में होता हैं लेकिन जब एक सदस्य या दोनों emotional manipulation करने लगते है एक दूसरे व्यक्ति को प्रभावित करने या नियंत्रित करने के लिए तो यह चीज emotional manipulation कहलाता है। व्यक्ति भूखा रहने की बात करने लगता हैं। एक व्यक्ति रोने धोने की बात करने लगता हैं। या कभी कभी धमकियों का इस्तेमाल करने लगता हैं। यह emotional manipulation है और यह भारतीय समाज में यह बहुत बड़े पैमाने पर होता हैं केवल पति पत्नी के बीच या प्रेमी प्रेमिका के बीच नहीं होता हैं बहुत बार तो ये और parents के बीच भी होता हैं हमारे परिवार में melofic फैमिली होते है। इसलिए emotional manipulation लगातार दिखाई दे रही हैं तो समझ लेना कि जो मैनिपुलेट कर रहा है। वो एक किस्म के यह एक आपसी प्रेम है लेकिन अन्तत आपको sapocatine लग रहा होगा। ये हैं emotional manipulation है।
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2.lack of communication :- एक और example toxic relationship होने का आपसी संवाद या आपस में बातचीत की कमी। आप यह तय नहीं कर सकते कि क्या क्या चीजें शेयर की जाएगी क्या नहीं कि जाएगी। लेकिन यदि जीरो शेयरिंग हैं या near of zero sharing है। lack of communication या communication हैं । लेकिन वह communication दिल से नहीं खुला communication नहीं है। तब toxicity के लिए बन रहे हैं। इसलिए अपने पार्टनर से बात करते रहिए या अन्य संबंधी से बात करते रहिए। और यह बात दिखाने के लिए नहीं हैं इसके लिए आपको अलग से कॉफी शॉप पे जाने की जरूरत नहीं है और जाना पड़े तो जाइए उसमें कोई बुराई नहीं हैं यह कोई अनिवार्य नहीं है अनिवार्यता है बात करते रहो। आजकाल के समय में बड़ी दिक्कत यह है कि आपके पास social media devices है तो आपको बहुत बार लगता हैं कि text कर दिया sms कर दिया तो बात हो गई। text का अपना महत्व है लेकिन text या sms बात नहीं है। कम्युनिकेशन के मल्टीप्लेक्स चैनल खुले हुए हैं। और सीधा बात होते रहना चाहिए।आप सुबह में जा सकते है दोस्तों से मिल सकते हैं। और उसमें group conversation हो सकते है।
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3.jealousy and control:- जिसमें की दो हिस्सा हैं।प्राइमरी मेरे हिसाब से 90% रिलेशनशिप देख के कारण होता हैं जब यह संबंध टूटता है चाहे वो प्रेम का संबंध हो, विवाह का सम्बन्ध हो चाहे कोई भी संबंध हो तो यह सबसे बड़े कारण के तरफ आते है तो इसे इस्याा jealousy and control और नियंत्रण और यह एक ही सिक्के के दो पहलू होते है इस्याँ के होना और दूसरे को नियंत्रण करने की कोशिश करना। इन्हें जरा ढंग से समझना की स्वाभाविक तौर पर बड़ी आसान सी इच्छा होती है कि आपका जो साथी है उस पर आपका भी एक अधिकार हो। अधिकार होने के कारण हम यही सीखे हैं कि अपने साथी पर केवल मेरा ही अधिकार हो कैसे उसे नियंत्रण करे किसी और से बात ना करें उसके यहां न जाए और इसमें जैसे ही हमें लगता है कि हमारा साथी है जो किसी और के साथ तो नहीं बातचीत करता है किसी अन्य व्यक्ति के साथ देखते हैं किसी अन्य व्यक्ति के नाम उसके साथ जुड़ने देखते हैं तो आप में एक किस्म के जलन एशिया पैदा होता है और यह एशिया का दूसरा हिस्सा होता है आप मानते हैं कि आपका साथी का हर पक्ष पर आपका नियंत्रण हो कंट्रोल हो और आपका अधिकार हो या नियंत्रण रिलेशनशिप का अनंत टॉक्सिक बताता है अधिकांश मामलों में संबंध को बचाने की अधिकतर आदिस्या चेष्टा संबंध को समाप्त होने का कारण बनती है या पैराडॉक्स है लेकिन यह सच्चाई है तब विवाह को यह संबंध को बहुत बढ़ाने की कोशिश करते हो तब ट्राई टू कंट्रोल सम टाइम्स यू सोल्ड स्टॉप ट्राईंग तो हार्ड लेकिन अगर आप कल मिलकर समाज के स्थिति देखेंगे तो आपको आश्चर्य होगा कि कोई चीज जैसे बड़े शहरों में दिल्ली मुंबई चेन्नई जैसे बड़े शहरों में 30 परसेंट डायवोर्स रेट तलाक हो रहा है जो 20 साल पहले के तुलना में बहुत ज्यादा है इसे देखने के दो तरीके हैं या तो आप आंसू बहा कर दुखी हो सकते हैं हमारे संबंध टूट रहे हैं प्रेम सप्ताह समाप्त हो रहा है तलाक बढ़ रहे हैं एक तरीका निश्चय रूप से देखने को मिलता है लेकिन सच्चाई यह है कि इसका मतलब है कि महानगर के जो जोड़ियां है अब टॉक्सिक रिलेशनशिप और रहने के लिए तैयार नहीं 90% लवलेश रिलेशनशिप में प्रेम ना हो जो की टॉक्सिक तरीके से लिए जा रहे हैं हो भले ही शादी न टूटे।
इसलिए एक इंपॉर्टेंट है पूरी दुनिया के लिए इंपोर्टेड है अगर आप अपने संबंध को किसी भी तरीके से बचने की कोशिश कर रहे हैं तो आप टॉक्सिक का एक्सेप्ट कर रहे हैं अगर सब कुछ आपके सामने है तो यह भी एक परेशानी है आप अपने सोशल मीडिया प्रोडक्टिव प्रोडक्टिव माने हुए हो अगर आपकी जिंदगी का एक-एक पक्ष आपका प्रेम आपका सहज भाव आपका बात होना आपका प्रेगनेंसी आपका बच्चों का होना तमाम चीज अगर सोशल मीडिया कंजप्शन के लिए है तो परेशानी फिर रियल वर्सेस रियल की होती है आप फेक को लगातार इतना दिखा रहे होते हैं कि आप उसे toxicity को हैंडल करना बंद कर देते हैं जो इस फेक के कारण पैदा होता है आपको यह समझना पड़ेगा कि अगर आप टॉक्सिक रिलेशनशिप में है तो थोड़ा समय दीजिए संबंधों को टूटना उतना परेशानी की बात नहीं है टॉक्सिक रिलेशनशिप का होना परेशानी की बात है यही बच सके तो बचाने चाहिए ।
व्हाट डिफाइंस एंड आइडियल रिलेशनशिप आदर्श संबंध
मेरे हिसाब से एक आदर्श संबंध ऐसा सामान है जिस संबंध में आपको अपना इच्छा तो अपनी ना पड़े जिसमें व्यक्ति को आराम महसूस है वह अगर बच्चों की वजह से सामाजिक वजह से परिवारों के वजह से बच्चा हुआ है संबंध है आप बच्चों को परिवार को अपने संबंध का बीमा बनाते हैं तब आप आदर्श रिलेशनशिप में नहीं है ideal relationship should let you breathe, and ideally ,it should let you breathe together.
Written by saroj kumar अगर आपको हमारे आर्टिकल से कुछ जानने को मिला हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें 🙏
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